News Updatet:

पहली बार निर्यात आंकड़ा पंहुचा 10000 हजार करोड़ के पार –पढ़े कारपेट कोम्पक्ट का नया अंक ;

||Amendment In Duty Drawback Rates On Carpets And Other Floor Coverings Of Man Made Fibres For The Year 2016-17 Effective From 15th January, 2017. ,,DOMOTEX 2017 Winners of the Carpet DOMOTEX 2017 AFTER REPORT - puts fresh wind in the sails of the global floor coverings industryDesign Awards

10 Sept 2015

काला धन मामले में खुलासा स्विस सरकार ने एक भारतीय टेक्सटाइल्स कंपनी का बताया नाम


बर्न। स्विट्जरलैंड सरकार ने काला धन मामले में मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित टेक्सटाइल कंपनी निओ कॉर्प इंटरनेशनल लिमिटेड का नाम सार्वजनिक किया है। भारत में कर अधिकारी इस कंपनी के खिलाफ काले धन के एक संदिग्ध मामले की जांच कर रहे हैं। स्विस सरकार का कहना है कि उसे भारत सरकार से इस कंपनी से जुड़ी सूचनाएं देने संबंधी अनुरोध मिला था।
निओ कॉर्प ने वर्ष 1985 में बोरी बुनने वाली एक छोटी कंपनी के तौर पर अपनी शुरुआत की थी और अब उसे एक मल्टीनेशनल टेक्निकल टेक्सटाइल समूह के रूप में गिना जाता है। टैक्स चोरी के आरोप में कंपनी के परिसरों पर फरवरी में आयकर अधिकारियों ने छापेमारी की थी। प्रशासनिक सहयोग और सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए स्विट्जरलैंड के साथ हुई द्विपक्षीय समझौते के तहत भारत ने कई लोगों और कंपनियों के बारे में जानकारी मांगी है। जानकारी साझा होने से भारत को स्विस बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने में मदद मिलेगी। स्विस सरकार के प्रकाशित आधिकारिक गैजेट में निओ कॉर्प का नाम नया है। इस कंपनी के बारे में भारतीय कर अधिकारियों ने स्विट्जरलैंड सरकार से जानकारी मांगी थी। अब तक दर्जनों नामों का खुलासा स्विस सरकार कर चुकी है, जबकि कई अन्य अनुरोधों पर वह विचार कर रही हैं।
मंगलवार को प्रकाशित आधिकारिक गैजेट के अनुसार, निओ कॉर्प इस कदम के खिलाफ 30 दिन के अंदर अपील कर सकेगी। स्विस सरकार के कदम के बारे में कंपनी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। हालांकि निओ कॉर्प ने इस साल मई में बांबे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) से कहा था कि वह कर अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है। उस वक्त कंपनी ने कहा था कि 27 फरवरी 2015 को समूह की कंपनियों, निदेशकों और प्रमुख अधिकारियों के यहां छापेमारी की गई थी। कंपनी कर अधिकारियों द्वारा मांगी गई सभी जानकारियों को मुहैया करा रही है। निओ कॉर्प बीएसई में लिस्टेड है लेकिन पिछले कुछ दिनों के दौरान इसके शेयरों में तेजी से कमी आई है। कंपनी का 28 से अधिक देशों में अपनी मौजूदगी का दावा करती है। एजेंसी
इंदौर की टेक्सटाइल कंपनी निओ कार्प का नाम सामने आया
भारत ने स्विस सरकार से इस कंपनी के बारे में जानकारी मांगी थी
निओ कॉर्प ने वर्ष 1985 में बोरी बुनने वाली एक छोटी कंपनी के तौर पर अपनी शुरुआत की थी और अब उसे एक मल्टीनेशनल टेक्निकल टेक्सटाइल समूह के रूप में गिना जाता है। कंपनी 28 से अधिक देशों में अपनी मौजूदगी का दावा करती है।
Share it Please

bhadohi carpet

@post a comment*.

0 comments:

Post a Comment

Copyright @ 2013 BHADOHI CARPET. Designed by carpetcompact | Love for Carpet compact